नई दिल्ली, 28 अप्रैल 2025 — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। इस हमले के बाद, पाकिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों में भय और असुरक्षा की भावना गहराई है, जिसके परिणामस्वरूप 1000 से अधिक भारतीयों ने पाकिस्तान छोड़कर भारत लौटने का निर्णय लिया है।
हमले के बाद की स्थिति
पिछले सप्ताह पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिसमें अधिकांश पर्यटक थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, हमले में 5 से 7 आतंकियों के शामिल होने की संभावना है, जिन्हें स्थानीय सहयोगियों की मदद प्राप्त थी।
भारतीय नागरिकों की वापसी
हमले के बाद, पाकिस्तान में रह रहे भारतीयों के बीच सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसके चलते, 13 डिप्लोमैटिक अधिकारियों समेत कुल 629 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत लौट चुके हैं। इसके अतिरिक्त, अन्य नागरिकों ने भी स्वदेश वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त सजा देने का आश्वासन दिया है। सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है, जिसमें कई आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया गया है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस हमले की जांच में अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को शामिल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि चीन और रूस जैसी शक्तियों को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।


