प्रयागराज महाकुंभ 2025 ने इतिहास रचते हुए तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने इन अद्वितीय उपलब्धियों के लिए प्रमाण-पत्र प्रदान किए, जो महाकुंभ के आयोजन को और भी खास बना देते हैं। इन रिकॉर्ड्स ने न केवल धार्मिक आयोजन की भव्यता को दर्शाया, बल्कि स्वच्छता और कला के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छुआ।
1. स्वच्छता अभियान में विश्व रिकॉर्ड
महाकुंभ 2025 में स्वच्छता को विशेष महत्व दिया गया। इस आयोजन के दौरान 19,000 सफाईकर्मियों ने एक साथ 10 किलोमीटर क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया। यह एक नया विश्व रिकॉर्ड है, जो पहले 2019 के कुंभ मेले में 10,000 सफाईकर्मियों द्वारा स्थापित किया गया था। इस अभियान ने स्वच्छता के महत्व को बड़े स्तर पर प्रस्तुत किया और यह दर्शाया कि साफ-सफाई के बिना कोई भी धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन पूर्ण नहीं हो सकता।
2. हैंड पेंटिंग में विश्व रिकॉर्ड
महाकुंभ में कला और संस्कृति को भी विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया। इस आयोजन में 12,102 कलाकारों ने एक साथ हैंड पेंटिंग बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह संख्या पिछले रिकॉर्ड 7,660 कलाकारों से कहीं अधिक है। इन पेंटिंग्स ने न केवल भारतीय कला की विविधता को उजागर किया, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए एक अनोखा सांस्कृतिक अनुभव भी प्रस्तुत किया।
3. सर्वाधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति
प्रयागराज महाकुंभ 2025 ने विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन का तमगा हासिल करते हुए 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति दर्ज की। यह संख्या अमेरिका की जनसंख्या से दोगुना और 193 देशों की कुल जनसंख्या से भी अधिक है। संगम में स्नान करने के लिए इतनी विशाल भीड़ का आना इस आयोजन की पवित्रता और धार्मिक महत्व को दर्शाता है।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की मान्यता
इन अद्वितीय उपलब्धियों के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रमाण-पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सफाईकर्मियों और कलाकारों को सम्मानित किया और उनकी मेहनत और समर्पण की सराहना की।
नया मानदंड और प्रेरणा स्रोत
प्रयागराज महाकुंभ 2025 ने न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बल्कि स्वच्छता और कला के क्षेत्र में भी नए मानदंड स्थापित किए हैं। यह आयोजन आने वाले समय में अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।


